डॉ. जितेन्द्र सिंह ने रायपुर सम्मेलन में शासन सुधारों की वकालत की
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में शुरू किए गए शासन सुधारों में जीवन को आसान बनाने और पारदर्शिता पर ध्यान केन्द्रित किया गया है: डॉ. जितेन्द्र सिंह मंत्री ने कहा कि नागरिक केन्द्रित शासन के लिए केन्द्र और राज्य के बीच तालमेल महत्वपूर्ण है
छत्तीसगढ़ केन्द्र-राज्य सहयोग के माध्यम से प्रगतिशील शासन के लिए प्रतिबद्ध है: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा प्रधानमंत्री कार्यालय, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने सुशासन पर दो दिन के सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में शुरू किए गए शासन सुधारों में जीवन को आसान बनाने और पारदर्शिता पर ध्यान केन्द्रित किया गया है।
केंद्रीय मंत्री ने शासन को सरल बनाने, सार्वजनिक सेवा वितरण और पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर बल दिया।
केंद्र सरकार के प्रशासनिक सुधार और शिकायत निवारण विभाग (डीएआरपीजी) और छत्तीसगढ़ सरकार की संयुक्त पहल पर आयोजित इस कार्यक्रम में नीति निर्माताओं, नौकरशाहों और विशेषज्ञों ने सार्वजनिक सेवा वितरण को बढ़ाने के उद्देश्य से सुधारों पर चर्चा की।
डॉ. जितेंद्र सिंह सम्मेलन में मुख्य अतिथि थे। इसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साईं भी शामिल हुए। उन्होंने शासन में सहकारी संघवाद के महत्व के बारे में बताया।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चर्चाओं को दिल्ली के विज्ञान भवन से बाहर ले जाने के निर्देश का हवाला देते हुए, शासन को सत्ता के सेंट्रल हॉल से परे ले जाने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा की “राज्यों में इन सम्मेलनों का आयोजन यह सुनिश्चित करता है कि शासन समाधान क्षेत्रीय जरूरतों के अनुरूप हों और साथ ही केंद्र और राज्यों के बीच सहयोग को बढ़ावा मिले।” पिछले वर्षों में, जम्मू-कश्मीर, अरुणाचल प्रदेश, गोवा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु में इसी तरह के सम्मेलन आयोजित किए गए हैं। यह देश के सभी कोनों तक सरकार की पहुंच को दर्शाते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने मोदी सरकार के अंतर्गत लागू किए गए प्रमुख सुधारों के बारे में बताया , जैसे कि दो हज़ार से अधिक अप्रचलित नियमों और विनियमों को समाप्त करना।