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सुरक्षित शनिवार में स्कूली बच्चों को दी गई सर्प एवं बिच्छू के काटने से बचाव की जानकारी…

हसौद।सुरक्षित शनिवार के दिन शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय धमनी में नवाचारी शिक्षक जगजीवन प्रसाद जांगड़े द्वारा सभी बच्चों को घर या बाहर कहीं भी विषैले सर्प एवं बिच्छू के काटने पर घरेलू उपचार कैसे करें इस पर जानकारी दी गई।जांगड़े जी ने बताया कि बिच्छू के डंक मारने पर प्रभावित जगह की सफाई कर लें या फिर फिटकरी को इस तापमान पर गर्म करें कि वह पिघलने लगे और फिर उसे अच्छी तरह से प्रभावित जगह पर चिपका दें सूख जाने पर यह लेप खुद ही बाहर आ जाएगा और जहर भी खत्म हो जाएगा।

बिच्छू से होने वाला रोग:

बिच्छू द्वारा किसी व्यक्ति को डंक मारने पर बिच्छू की प्रजाति के आधार पर पैरासिंपेटीक सिस्टम प्रभावित हो सकता है।कुछ अधिक गंभीर दुष्प्रभावो से श्वसन संकट सिंड्रोम, फुफफुसिम शोक, हृदय संबंधित शिथिलता, बिगड़ा हुआ रक्त स्तंभन, अग्नाशय शोध और कई अंगों की विफलत शामिल है।

सर्प के काटने से कैसे बचा जा सकता है…??

सर्प के काटने से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि सभी सांपों से दूर रहे चाहे वह किसी भी प्रजाति के हो, उन्हें कभी भी छूने की कोशिश ना करें यह जानकारी जानना जरूरी है कि सांप अपने शरीर की लंबाई से ज्यादा दूरी से हमला कर सकते हैं इसलिए हमेशा सुरक्षित दूरी बनाएं रखें। सर्प के काटने वाली जगह पर आरामदायक स्थिति में लेटें या बैठे, सूजन शुरू होने से पहले अंगूठियां और घड़ियां निकाल दें, काटने वाले स्थान को साबुन और पानी से धोएं। काटने वाले स्थान को साफ सूखी पत्ती से ढके त्वचा पर कोमलता सूजन के अग्रणी किनारे को चिन्हित करें और उसके साथ समय लिखे।कट जाने पर क्या उपचार करना चाहिए अपने हाथों को अच्छी तरह धोकर सुखाएं और अपने चोट को नल के पानी से धोए लेकिन एंटीसेप्टिक का इस्तेमाल न करें यह उत्तक को नुकसान पहुंचा सकता है और इलाज को धीमा कर सकता है जीवाणु रहित चिपकने वाली पट्टी प्लास्टर का प्रयोग करें सर्प के काटने के तुरंत पश्चात नजदीकी अस्पताल ले जाएं और डॉक्टर से सलाह लेकर इलाज तत्काल प्रारंभ करें। सांप के काटने से रेंगने वाली सरीसृप के विषैले दांतों से घाव हो जाते हैं, जहां विषैला और विषहीन दोनों होते हैं इसलिए काटने से जान को खतरा हो सकता है।

इस सुरक्षित शनिवार में संस्था के प्रमुख प्रभारी प्रधान पाठक जगजीवन प्रसाद जांगड़े, शिक्षकगण मनीष दास बैरागी, संजय कुमार तांजय, हेरोद कुमार भारद्वाज एवं स्कूल के छात्र छात्राएं शामिल रहे।

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