पिता की चेतावनी के बावजूद राजनीति चुनीः
हिंदू लड़की से शादी, फिर झगड़े; उमर अब्दुल्ला की कहानी, बतौर CM क्या चुनौतियां
पिता की चेतावनी के बावजूद राजनीति चुनीः
हिंदू लड़की से शादी, फिर झगड़े; उमर अब्दुल्ला की कहानी, बतौर CM क्या चुनौतियां
” जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करना बहुत जरूरी है। मुझे उम्मीद है कि गठबंधन के हमारे साथी इसके लिए बराबर की जंग लड़ेंगे। मै समझता हूं उमर अब्दुल्ला मुख्यमंत्री बनेंगे।
जम्मू-कश्मीर चुनाव की साफ होती तस्वीर के साथ फारूक अब्दुल्ला ने मुख्यमंत्री पद के लिए अपने बेटे उमर अब्दुल्ला का नाम आगे कर दिया। 90 सीटों वाली विधानसभा में नेशनल कॉन्फ्रेंस को 42 और कांग्रेस को 6 सीटें मिलीं। दोनों का गठबंधन 46 सीटों के बहुमत के आंकड़े के पार है। उमर अब्दुल्ला अपने करियर में दूसरी बार और आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री बनेंगे।
कभी फारूक अब्दुल्ला नहीं चाहते थे कि उमर राजनीति में आएं, सीएम कुर्सी के लिए भी एक बार पिता-पुत्र में मची होड़, लव मैरिज और फिर तलाक, आर्टिकल 370 पर स्टैंड और उमर के सामने क्या-क्या चुनौतियां;